Failures of BJP Government in Hindi: किसी भी देश को चलने के लिए एक सिस्टम की जरूरत होती है या कहें कि एक संविधान की जरूरत होती है, इसी संविधान की शपथ लेकर कोई भी नेता या मंत्री सत्ता का भोग लगाता है। भोग लगाते-लगाते वह सत्ता के नशे में इस तरह खो जाता है कि उसे खुद याद नहीं रहता कि उसने जनता से क्या-क्या वादे किए हैं।
शायद इसमें सिर्फ उन नेताओं की गलती नहीं है बल्कि गलती उन लोगों की भी है जो इस तरह के नेता, इस तरह के मंत्रियों या कहें किसी एक पार्टी पर आंख बंद करके अंधा भरोसा कर लेते हैं। भक्ति एक जगह पर ठीक लगती है लेकिन बात जहां पर अंधभक्ति किया जाए तो वहां से इंसान खुद का पतन शुरू कर देता है।
यह बात मैं किसी एक पार्टी के लिए नहीं बल्कि दुनिया की किसी भी पार्टी के लिए बोल रहा हूं जहां डेमोक्रेसी जिंदा है, अंधा भरोसा एक जिद है कोई समाधान नहीं। वैसे भारत में वर्तमान समय की सरकार पर भारत के लोगों ने अंधा भरोसा किया है, सरकार ने कुछ कार्य अच्छे भी किए हैं लेकिन बहुत से मामलों में सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है तो आइए जानते हैं भाजपा सरकार की विफलताएं।
1. नोटबंदी (Failure of BJP Government)
8 नवंबर 2016 को, भारत सरकार ने सभी ₹500 और 1,000 के नोटों के विमुद्रीकरण की घोषणा की थी। सरकार का कहना था कि इससे नकली नोट, काले धन, टेरर फंडिंग पर रोक लग जाएगी। इतना ही नहीं सरकार ने इसका फायदा होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में जोर-शोर से उठाया था।
2. सबसे बड़ी विफलता, नफरत की खेती
टाइम ने भी नरेंद्र मोदी को 20 मई, 2019 को प्रतिष्ठित US-Based टाइम मैगजीन (एशिया संस्करण) का कवर बनाया था। टाइम मैगजीन के कवर में मोदी को “India’s divider in chief” बताया गया था।
दरअसल इसके जरिए लेखक भाजपा की हिंदुत्ववादी राजनीति पर प्रकाश डालना चाहता था क्योंकि किसी भी एक धर्म की राजनीति करना लोकतांत्रिक देश के लिए ठीक नहीं है।
3. महंगाई
महंगाई एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में कोई भी बात नहीं करना चाहता, यह वही महंगाई है जो कांग्रेस की सरकार के समय आज की तुलना में बहुत कम हुआ करती थी। पेट्रोल-डीजल, L.P.G. सिलेंडर से लेकर खाद्य सामग्री तक महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है लेकिन कहीं भी महंगाई की बातें नहीं होती है।
महंगाई का एक कारण नोटबंदी और जीएसटी का लागू होना भी हो सकता है। खाद्य पदार्थों की कीमतों में उछाल की वजह से खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो तीन साल का सबसे ऊंचा स्तर है। नवंबर 2018 में खुदरा महंगाई दर महज 2.33 पर्सेंट थी।
4. कश्मीर को गलत तरह से संभालना
जैसा कश्मीर को हमें दिखाया जाता है वैसा शायद वहां पर कुछ है ही नहीं, 1996 के बाद पहली बार, अनंतनाग जिले में उपचुनाव नहीं हो सके और तनावपूर्ण स्थिति के कारण इसमें देरी हुई। आठ महीने लंबे कर्फ्यू ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को पूरी तरह नष्ट कर दिया। इससे भी बुरी बात यह है कि भाजपा के कार्यकाल के पहले तीन वर्षों में शहीद हुए हमारे सैनिकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि (72%) हुई।
5. संस्थानों का कमजोर होना
भारत के इतिहास में शायद यह पहली बार होगा जब भारत की ही सरकार भारत के ही संस्थानों को कमजोर और तोड़ने में लगी हुई है, RBI, CBI से लेकर RTI तक सरकार ने सब को अपने कब्जे में कर रखा है। प्रधानमंत्री शायद ही कभी संसद में जाते हैं, और जब वे जाते हैं तो सदन के पटल पर उठाए गए सवालों के जवाब देने की तुलना में चुनावी भाषण देना अधिक प्रयोग करते हैं। जिस लोकपाल बिल को लेकर पूरे भारत में हंगामा होता रहा उस लोकपाल बिल को सरकार ने चालाकी से भुला दिया कि एक सर्वोच्च न्यायालय को कार्रवाई करने का निर्देश देना पड़ता है। एक मुख्यमंत्री तुरंत पद संभालने के बाद खुद के खिलाफ सभी आपराधिक मामलों को वापस ले लेता है और कोई कुछ नहीं कर पाता।
6. मीडिया का गलत उपयोग
Failures of BJP Government मीडिया का एक समूह गुलाम बन गया है, ऐसा लगता है कि किसी ने मीडिया को खरीद लिया हो मीडिया में चारों तरफ एक जैसी बातें होती हैं। कोई भी असल मुद्दों पर बात नहीं करता सिर्फ भटकाने वाले तथ्यों को जनता के सामने रखा जाता है। कई चैनलों पर डिबेट एक एजेंडे के तहत होती है। यदि कोई चैनल ऐसा नहीं करता तो उसे 24 घंटे के लिए ब्लैक आउट कर दिया जाता है या उसके ऑफिस पर छापा मारा जाता है, यदि कोई पत्रकार जनता के सामने सच लाना चाहता हो तो चैनल से हटा दिया जाता है।
7. किसानों के साथ धोखा
(Failures of BJP Government) भाजपा सरकार की विफलताएं और भी हो सकती हैं अगर आप इनके बारे में कुछ भी जानते है तो कमेंट में जरूर बताएं।
It's true
great
https://sauvewomen.com/husband-wife-jokes/
Bro it's many more